Tuesday, July 6, 2021

मानव तस्करी रिपोर्ट 2021 जारी करने के मौक़े पर विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन का संबोधन

Department of State United States of America

अनुवादअमेरिकी विदेश विभाग केसौजन्य से



अमेरिकी विदेश विभाग
प्रवक्ता का कार्यालय
संबोधन
जुलाई 1, 2021

बेन फ़्रैंकलिन कक्ष
वाशिंगटन, डीसी

सुश्री जॉन्सटन: नमस्कार और स्वागत। मेरा नाम कारी जॉन्सटन है। मैं मानव तस्करी निगरानी एवं प्रतिरोध कार्यालय की कार्यवाहक निदेशक हूं।

मानव तस्करी रिपोर्ट 2021 या टीआईपी रिपोर्ट जारी किए जाने के मौक़े पर हमसे आभासी तरीक़े से जुड़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं यहां विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की उपस्थिति के लिए आभारी हूं।

आज के हमारे कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण: सबसे पहले, विदेश मंत्री ब्लिंकन इस वर्ष की रिपोर्ट पर अपना संबोधन प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद हम इस वर्ष के आठ अद्भुत टीआईपी रिपोर्ट नायकों का सम्मान करेंगे, जिन्होंने मानव तस्करी से मुक़ाबले के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है, और हम पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो के ज़रिए संक्षेप में उनमें से प्रत्येक की बात सुनेंगे। मैं संक्षिप्त समापन टिप्पणी प्रस्तुत करूंगी, और फिर हमें आशा है कि आप रिपोर्ट को ऑनलाइन प्राप्त करने के लिए state.gov पर क्लिक करेंगे।

सबसे पहले मैं एक सटीक और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने हेतु पूरा सहयोग करने और समय देने के लिए, अपने विदेशी दूतावासों सहित, संपूर्ण विदेश विभाग के अपने सहयोगियों का धन्यवाद करना चाहती हूं। और उसके बाद मैं धन्यवाद करूंगी मानव तस्करी कार्यालय के कर्मचारियों का — आपके समर्पण और आपकी प्रतिबद्धता के लिए आपका विशेष धन्यवाद और बधाई। इस रिपोर्ट को तैयार करने में आपने जिस तरह लगातार घंटों तक काम किया और कड़ी मेहनत की, उसका परिणाम सामने है। और अंत में, अमेरिकी सरकार में हमारे सहयोगियों के साथ-साथ ग़ैरसरकारी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में हमारे अहम साझेदारों, मानव तस्करी के अनुभव से गुजरने वालों और अन्य विशेषज्ञों को धन्यवाद जिन्होंने टीआईपी रिपोर्ट में योगदान दिया और पूरे साल मानव तस्करी से निपटने की दिशा में प्रगति को संभव बनाया।

आज यहां विदेश मंत्री ब्लिंकन के साथ मौजूद होना सम्मान की बात है। मानव तस्करी के मुद्दे को उठाने और आज के कार्यक्रम की मेज़बानी करने के लिए, विदेश मंत्री जी, आपका धन्यवाद। आपके नेतृत्व में, हम मानव तस्करी से निपटने के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।

देवियों और सज्जनो, सुनते हैं विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को।

(तालियां।)

विदेश मंत्री ब्लिंकन: धन्यवाद, कारी। भूमिका प्रस्तुत करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, लेकिन विशेष रूप से यहां विदेश विभाग में मानव तस्करी निगरानी एवं प्रतिरोध कार्यालय के नेतृत्व के शानदार काम के लिए आभार। आपने और आपकी टीम ने — और मुझे पता है कि टीम के कुछ सदस्य आज यहां हमारे साथ हैं — कोविड-19 की कठिन परिस्थितियों के बीच इस साल की रिपोर्ट तैयार करने का असाधारण काम किया है।

एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर पर हमसे जुड़ने के लिए बाक़ी सभी लोगों का भी धन्यवाद। विशेष धन्यवाद उन नायकों का जिनको कि आज हम सम्मानित कर रहे हैं, और दुनिया भर की उन महिलाओं और उन पुरुषों का जिन्होंने मानव तस्करी को रोकने के लिए अपना करियर समर्पित कर दिया है। वे अधिकारवादी, लोकसेवक और ग़ैरसरकारी संगठनों के नेता हैं, और वे पीड़ितों का समर्थन करने, तस्करों को सज़ा दिलाने में मदद करने, राष्ट्रीय कार्य योजनाएं बनाने, तस्करी के मूल कारणों का समाधान करने जैसे विभिन्न उपायों के ज़रिए तस्करी को रोकने में मदद करते हैं।

कई मायनों में, तस्करी के खिलाफ़ लड़ाई स्थानीय स्तर पर, समुदाय के स्तर पर लड़ी जाती है। और हम इस लड़ाई में, अक्सर खुद के लिए बहुत बड़ी जोखिम उठाकर, आगे रहने वाले बहादुर लोगों का सम्मान करते हैं। मानव तस्करी एक जघन्य अपराध है। यह एक वैश्विक संकट है; यह मानव पीड़ा का एक बहुत बड़ा कारण है। अपनी प्रकृति के कारण यह अपराध अक्सर सामने नज़र नहीं आता। इस संबंध में सटीक आंकड़े तय करना कभी-कभी कठिन होता है। हम अक्सर एक अनुमान का हवाला देते हैं, जिसके अनुसार दुनिया भर में लगभग 25 मिलियन लोग मानव तस्करी के शिकार हैं। कइयों को देह व्यापार के लिए मजबूर किया जाता है। कइयों को कारखानों या खेतों में काम करने या हथियारबंद गुटों में शामिल होने के लिए बाध्य किया जाता है। तस्करी के शिकार लोगों में लाखों की संख्या में बच्चे शामिल हैं।

यह अपराध मानवाधिकारों का हनन है; यह मानवीय गरिमा का हनन है। हम इससे लड़ रहे हैं, आप इससे लड़ रहे हैं, क्योंकि ऐसा करना सही है। तस्करी को रोकना हमारे हित में भी है। हम जानते हैं कि यह समाजों और अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर कर रहा है। इसलिए हमें एक देश के रूप में ही नहीं, बल्कि एक वैश्विक समुदाय के रूप में भी, जहां कहीं भी मानव तस्करी होती है, उसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए।

मानव तस्करी पर विदेश विभाग की रिपोर्ट वास्तव में विभिन्न सरकारों द्वारा किए जा रहे मानव तस्करी विरोधी प्रयासों पर दुनिया का सबसे विस्तृत संसाधन है। यह इस मुद्दे पर अमेरिका की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और हमारे दोनों दलों के संकल्प को दर्शाता है। हम इसे एक प्रशासन के बाद दूसरे प्रशासन में निरंतर देखते हैं, हम इसे कांग्रेस में देखते हैं, और ये ऐसी बात है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। यह यहां वाशिंगटन में हमारी टीम, दुनिया भर में हमारे दूतावासों, तथा ग़ैरसरकारी संगठनों, पत्रकारों, शिक्षाविदों और उत्तरजीवियों के महती  प्रयासों का परिणाम है, जो मानव तस्करी की प्रवृत्तियों को पहचानने और उनका दस्तावेजीकरण करने में हमारी मदद करते हैं ताकि दुनिया भर की सरकारें इसका अधिक प्रभावी ढंग से मुक़ाबला कर सकें।

इस रिपोर्ट में देशों से संबंधित डेटा शामिल है। इस साल हमने अमेरिका सहित 188 देशों का आकलन किया है। कुछ देशों ने उत्साहजनक प्रगति की है; जबकि कुछ पीछे खिसक गए हैं। ये याद रखना महत्वपूर्ण है कि मानव तस्करी के विरुद्ध प्रगति रैखिक निरंतरता में शायद ही होती है। मानव तस्करी में शामिल लोग लगातार अपने तरीक़े बदलते रहते हैं, और अमेरिका समेत हर देश को उनसे आगे रहने के लिए अपनी रणनीतियों को संशोधित करने रहना होगा। हमें अपनी कमियों को पहचानना और स्वीकार करना तथा जरूरत पड़ने पर उन्हें सही करने के लिए तैयार रहना होगा। टीआईपी रिपोर्ट इस अपराध से लड़ने और पीड़ितों की सुरक्षा के लिए अमेरिका और अन्य देशों के वास्ते ज़रूरी क़दमों की पहचान कर ऐसा करने में हमारी मदद कर सकती है।

देशों से संबंधित डेटा देने के अलावा, इस साल की रिपोर्ट कुछ विषयों की गहराई से पड़ताल करती है। पहला है कोविड-19 का प्रभाव। कई जगहों पर, सरकारों को अपने संसाधन महामारी पर काबू पाने और इसके द्वितीयक प्रभावों को दूर करने के काम में लगाने पड़े हैं, और मानव तस्करों ने अपनी गतिविधियां बढ़ाने के लिए इस अवसर का लाभ उठाया है। जिन लोगों को महामारी ने विकट आर्थिक परिस्थितियों में धकेल दिया, उन पर शोषण का ख़तरा बढ़ गया। और जैसे-जैसे अधिकाधिक लोग स्कूल और काम के लिए घंटों का वक़्त ऑनलाइन बिताने लगे, तस्कर संभावित पीड़ितों को तैयार और भर्ती करने हेतु इंटरनेट का उपयोग करने लगे।

यानि इस लड़ाई पर महामारी का वास्तविक प्रभाव पड़ा है। ये भी एक कारण है कि जितनी जल्दी हो सके महामारी को रोकना और दुनिया भर के समुदायों की मदद करना बेहद आवश्यक हो गया है। इसमें जितना अधिक समय लगेगा, उतने ही अधिक लोग मानव तस्करी की चपेट में आएंगे।

हम उन सरकारों की सराहना करते हैं जिन्होंने कोविड के दौरान भी मानव तस्करी के खिलाफ अपने प्रयास बढ़ाने के तरीके खोजे। उदाहरण के लिए, पराग्वे में, विदेशों से हज़ारों नागरिकों की स्वदेश वापसी को देखते हुए, सरकार ने सीमा पर अस्थायी क्वारंटाइन सुविधाएं स्थापित कीं। उन्होंने स्क्रीनिंग के लिए सभी से कुछ प्रश्न पूछे, और उन प्रश्नों के माध्यम से वे मानव तस्करी के लगभग 300 पीड़ितों की पहचान कर सके। यह पिछले वर्षों में उनके द्वारा पहचाने जाने वाले पीड़ितों की औसत संख्या का लगभग चार गुना है। फिर पराग्वे की सरकार ने उन पीड़ितों को उनके लिए ख़ासतौर पर तैयार ठिकानों में स्थानांतरित कर दिया, जहां उन्हें अहम स्वास्थ्य और सामाजिक सहायता सेवाएं तत्काल मिलनी शुरू हो गईं। यह मौक़ा मिलने पर मानव तस्करी के शिकार लोगों की मदद के लिए तेज़ी से आगे बढ़ने की एक शानदार रणनीति थी।

दूसरी बात, इस वर्ष की रिपोर्ट शासन प्रायोजित मानव तस्करी पर केंद्रित है। हमने 11 देशों का दस्तावेज़ीकरण किया जहां की सरकार स्वयं ही मानव तस्करी में शामिल हैं — जैसे, सार्वजनिक परियोजनाओं या सरकार द्वारा महत्वपूर्ण माने जाने वाले अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में जबरन श्रम कराना।

लगातार 10वें वर्ष, रिपोर्ट में ये बताया गया है कि कैसे क्यूबा सरकार शोषणकारी विदेशी चिकित्सा मिशनों से लाभ उठाती है। वे डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों को उनके अनुबंध की शर्तों की जानकारी दिए बिना विदेश भेजते हैं, उनके दस्तावेज़ों और वेतन को ज़ब्त कर लेते हैं, काम छोड़ने की कोशिश करने पर उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को धमकाते हैं।

हमने ये भी बताया है कि चीन के शिनजियांग में, शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र में क्या हो रहा है। चीन सरकार ने पूरे शिनजियांग में 1,200 सरकारी नज़रबंदी शिविरों में 10 लाख से अधिक लोगों को हिरासत में ले रखा है। अनेक बंदियों को परिधानों, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सौर उपकरणों, कृषि उत्पादों आदि के निर्माण कार्य हेतु बाध्य करने के लिए शारीरिक हिंसा, यौन शोषण और यातना का सहारा लिया जाता है।

हालांकि शिनजियांग में इन कृत्यों के उदाहरण सर्वाधिक हैं, पर इस वर्ष की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन अपने नागरिकों से देश के अन्य हिस्सों में भी जबरन श्रम करा रहा है। अमेरिका ने जबरन श्रम से निर्मित चीनी सामानों को अपने यहां नहीं आने देने के उपाय किए हैं। उदाहरण के लिए, पिछले साल, विदेश, वाणिज्य, वित्त और होमलैंड सिक्योरिटी विभागों ने शिनजियांग सप्लाई चेन को लेकर बिज़नेस एडवाइज़री जारी की थी ताकि अमेरिकी कंपनियों को शिनजियांग से जुड़े कार्यों, सप्लाई चेन या श्रमिकों को लेकर आर्थिक, क़ानूनी और प्रतिष्ठा संबंधी जोखिमों के बारे में सचेत किया जा सके।

हम दुनिया भर के अपने साझेदारों से शिनजियांग में चीन द्वारा जनसंहार और मानवता के खिलाफ़ अपराधों की निंदा में हमारा साथ देने और जबरन श्रम से बने सामानों को अपनी सप्लाई चेन में प्रवेश करने से रोकने के लिए क़दम उठाने का आह्वान करते रहेंगे। सरकारों को अपने नागरिकों की रक्षा और सेवा करनी चाहिए, न कि उन्हें आतंकित करना और लाभ के लिए अपना दास बनाना चाहिए।

और तीसरी बात, यह रिपोर्ट स्पष्ट रूप से प्रणालीगत असमानता और मानव तस्करी के बीच संबंधों को स्वीकार करती है। ये ऐसी बात है जिसका अमेरिका समेत कई देशों को सामना करना होगा। हमारे लोगों द्वारा सही क़दम उठाने का अर्थ है उन तरीक़ों पर गंभीरता से विचार करना जिनके ज़रिए हमारे इतिहास और हमारी नीतियों ने मानव तस्करी जैसे अपराधों के लिए परिस्थितियां निर्मित की, क्योंकि मानव तस्करी करने वाले उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो कमज़ोर हैं — जिनकी अच्छे रोज़गार या शैक्षिक अवसरों तक पहुंच होने की संभावना कम होती है, जिनके साथ पुलिस या न्याय तंत्र द्वारा बराबरी का व्यवहार किए जाने की संभावना कम होती है, और जिन पर तब विश्वास किए जाने की संभावना कम होती है जब वे निशाना बनाए जाने या दुर्व्यवहार किए जाने की रिपोर्ट करते हैं।

यदि हम मानव तस्करी को समाप्त करने के बारे में गंभीर हैं, तो हमें प्रणालीगत नस्लवाद, लिंगवाद और भेदभाव के अन्य रूपों को समूल ख़त्म करने और हर प्रकार से एक अधिक न्यायसंगत समाज के निर्माण के लिए भी काम करना होगा। ये लक्ष्य परस्पर संबद्ध हैं। इसलिए जब हम महामारी की तबाही से उबरते हुए पहले से बेहतर व्यवस्था तैयार करने के लिए प्रयासरत हैं, हमें इसे ध्यान में रखना होगा।

मैं अक्सर इस बात का उल्लेख करते रहा हूं कि कैसे दुनिया के सामने मौजूद सबसे गंभीर तात्कालिक चुनौतियों का समाधान किसी देश के अकेले प्रयास से नहीं हो सकता। ये बात कोविड को ख़त्म करने के संदर्भ में सही है, ये जलवायु संकट से निपटने के मामले में सही है, और ये मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई को लेकर सही है। हमें साथ मिलकर काम करने, जानकारी साझा करने, और एक दूसरे को जवाबदेह ठहराने की ज़रूरत है। ऐसा करके ही हम एक ऐसी दुनिया का निर्माण कर सकेंगे जहां मानव तस्करी के ज़रिए किसी का शोषण नहीं हो पाए, तथा हर कोई सुरक्षा और सम्मान के साथ जी सके।

धन्यवाद।


मूल स्रोत: https://www.state.gov/secretary-antony-j-blinken-at-the-2021-trafficking-in-persons-report-launch-ceremony/

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।


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