Wednesday, July 31, 2024

क्वाड विदेश मंत्रियों की टोक्यो में हुई बैठक का संयुक्त वक्तव्य

Department of State United States of America

अनुवादअमेरिकी विदेश विभाग केसौजन्य से



अमेरिकी विदेश मंत्रालय
प्रवक्ता का कार्यालय
मीडिया नोट
जुलाई 29, 2024

निम्नलिखित वक्तव्य अमेरिका के विदेश मंत्री और ऑस्ट्रेलिया, भारत एवं जापान की सरकारों के विदेश मंत्रियों द्वारा जारी किया गया संयुक्त वक्तव्य  है। क्वाड चार लोकतंत्रों का एक कूटनीतिक नेटवर्क है जो एक मुक्त और खुले, स्थिर और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र – जो समावेशी और सुदृढ़ हो – का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वक्तव्य का आरंभ:

हम, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्री और अमेरिका के विदेश मंत्री 29 जुलाई 2024 को टोक्यो, जापान में एकत्र हुए और वैश्विक हित के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संरक्षित और मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता, साझा सिद्धांतों और क्षमताओं की पुष्टि की। हमने इन साझा चुनौतियों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया, तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे अन्य देशों के साथ स्थिरता और समृद्धि के लिए अपने-अपने दृष्टिकोण, और इस क्षेत्र को ठोस फायदे दिलाने के वास्ते क्वाड के लिए अपनी योजनाएं प्रस्तुत कीं।

हम एक मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र, जो समावेशी और मज़बूत हो, के लिए क्वाड की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, और स्वतंत्रता, मानवाधिकारों, क़ानून के शासन, लोकतांत्रिक मूल्यों, संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता, और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान एवं संयुक्तराष्ट्र चार्टर के अनुसार धमकी या बलप्रयोग के निषेध के सिद्धांत को इसके मज़बूत समर्थन के साथ एक स्वतंत्र और खुली नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को लेकर एकजुट हैं। क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि में योगदान में सभी देशों की भूमिका है, एक ऐसे क्षेत्र के लिए प्रयास करते हुए जहां ना तो कोई देश हावी न हो और ना ही किसी देश को दूसरे के दबाव में रहना पड़े, प्रतिस्पर्धा को ज़िम्मेदारी से प्रबंधित किया जाए, और प्रत्येक देश तह तरह ज़ोर-ज़बरदस्ती से मुक्त हो और अपने भविष्य को निर्धारित करने के लिए अपनी क्षमताओं का उपयोग कर सके। हम गलतफ़हमी और गलत आकलन के जोखिमों को कम करने के लिए सभी देशों द्वारा व्यावहारिक उपायों पर काम किए जाने के महत्व पर ज़ोर देते हैं।

हम सामूहिक रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सतत विकास, स्थिरता और समृद्धि के समर्थन में एक सकारात्मक और व्यावहारिक एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं, जो इस क्षेत्र की ज़रूरतों के अनुरूप है। हम एक ऐसे क्षेत्र में योगदान कर रहे हैं जहां सभी देश और लोग साझेदारी, समानता और परस्पर सम्मान के आधार पर सहयोग और व्यापार के तौर-तरीकों के विकल्प अपनी मर्ज़ी से चुन सकें। क्वाड के माध्यम से, हम समुद्री सुरक्षा, अहम और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता और आपदा राहत, स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद निरोध, बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी जैसी चुनौतियों पर व्यावहारिक सहयोग के सहारे क्षेत्र का समर्थन कर रहे हैं और धारणीय, पारदर्शी एवं निष्पक्ष कर्ज़ एवं वित्तपोषण व्यवस्थाओं के सहारे ऋण संकट से निपट रहे हैं। हम अपने क्षेत्र में साझा चुनौतियों का समाधान करने के लिए क्षेत्रीय साझेदारों के साथ सहयोग करते रहेंगे।

हम प्रभावी क्षेत्रीय संस्थानों द्वारा समर्थित एक खुले, स्थिर और समृद्ध हिंद-प्रशांत का समर्थन करते हैं। हम आसियान की एकता और केंद्रीयता और आसियान के नेतृत्व वाले क्षेत्रीय समूहों – जिसमें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और आसियान क्षेत्रीय मंच शामिल हैं – के लिए अपने अटूट समर्थन की पुष्टि करते हैं। हम आसियान आउटलुक ऑन इंडो-पैसिफ़िक (AOIP) के व्यावहारिक कार्यान्वयन का समर्थन करते हैं और इस संबंध में आसियान के साथ सहयोग बढ़ाएंगे। हम प्रशांत क्षेत्र के नेतृत्व वाले क्षेत्रीय समूहों – उनमें सबसे आगे प्रशांत द्वीप मंच (पीआईएफ़) – का सम्मान करते हैं, और 2050 स्ट्रेटजी फ़ॉर द ब्लू पैसिफ़िक कॉन्टिनेंट के रणनीतिक उद्देश्यों के अनुरूप प्रशांत द्वीपीय देशों का समर्थन करने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं। हम हिंद महासागर में अपने व्यावहारिक सहयोग को और भी मज़बूत कर रहे हैं, जिसमें क्षेत्र के प्रमुख संगठन इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) का दृढ़ समर्थन शामिल है, जो क्षेत्र की सर्वाधिक तात्कालिक महत्व की और अहम चुनौतियों का समाधान करने वाला सर्वप्रमुख संगठन है और जिसकी हिंद-प्रशांत पर अपने दृष्टिकोण के कार्यान्वयन की भी ज़िम्मेदारी है।

हम अपने इस विश्वास की पुष्टि करते हैं कि संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान, तथा समुद्री क्षेत्र में शांति, निरापदता, सुरक्षा और स्थिरता के संरक्षण समेत अंतरराष्ट्रीय क़ानून हिंद-प्रशांत के विकास और समृद्धि का आधार है। हम समुद्री दावों तथा दक्षिण और पूर्वी चीन सागरों से संबंधित वैश्विक समुद्री नियम-आधारित व्यवस्था की चुनौतियों के समाधान के लिए विशेष रूप से समुद्री क़ानून पर संयुक्तराष्ट्र समुद्री क़ानून संधि (यूएनक्लॉस) में परिलक्षित अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुपालन के महत्व पर ज़ोर देते हैं। हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति के बारे में गंभीर रूप से चिंतित हैं और एक बार फिर बलपूर्वक या ज़ोर-ज़बरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करने वाली किसी भी एकतरफ़ा कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं। हम विवादित ठिकानों के सैन्यीकरण और दक्षिण चीन सागर में धौंस जमाने और धमकाने के लिए किए जाने वाले सैन्य अभ्यासों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रख रहे हैं। हम तटरक्षक और समुद्री मिलिशिया के पोतों के खतरनाक उपयोग, विभिन्न प्रकार के खतरनाक सैन्य अभ्यासों के बढ़ते इस्तेमाल और अन्य देशों के अपतटीय संसाधनों के दोहन से जुड़ी गतिविधियों को बाधित करने के प्रयासों पर भी अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं। हम इस बात पर ज़ोर देते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से और अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए, जैसा कि यूएनक्लॉस में दर्शाया गया है। हम अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप नौवहन और उड़ान (ओवरफ़्लाइट), समुद्र के विविध वैध उपयोगों और निर्बाध वाणिज्यिक गतिविधियों की स्वतंत्रता को क़ायम रखने के महत्व पर ज़ोर देते हैं। हम एक बार फिर यूएनक्लॉस के सार्वभौमिक और एकीकृत चरित्र ज़ोर देते हैं और पुष्टि करते हैं कि महासागरों और समुद्रों में सभी गतिविधियां यूएनक्लॉस में निर्धारित क़ानूनी दायरे के भीतर की जानी चाहिए। हम फिर से कहते हैं कि 12 जुलाई 2016 को मध्यस्थ न्यायाधिकरण द्वारा दिया गया फ़ैसला एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर, और विभिन्न पक्षों के बीच विवादों के शांतिपूर्ण तरीके से समाधान का आधार है।

हम हिंद और प्रशांत महासागरों में यूएनक्लॉस के प्रावधानों के अनुरूप मुक्त और खुली समुद्री व्यवस्था को बनाए रखने और विकसित करने में योगदान देने, और इस उद्देश्य से क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग और समन्वय को बढ़ाने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं। हम उपग्रह डेटा, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के ज़रिए प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय समुद्री क्षेत्र जागरूकता बढ़ाने के लिए पैसिफ़िक आइलैंड्स फ़ोरम फ़िशरीज़ एजेंसी के साथ निरंतर काम कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों के अनुरूप, हमारा इरादा इंडो-पैसिफ़िक पार्टनरशिप फ़ॉर मैरीटाइम डोमेन अवेयरनेस (IPMDA) कार्यक्रम का भौगोलिक विस्तार करते हुए उसे हिंद महासागर क्षेत्र में ले जाने का है। हम भारत के गुरुग्राम स्थित सूचना संलयन केंद्र-हिंद महासागर क्षेत्र (IFC-IOR) के माध्यम से इस कार्यक्रम के दक्षिण एशिया में शीघ्र संचालन की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, हम क्षेत्रीय साझेदारों के साथ घनिष्ठ परामर्श के साथ इसमें प्रभावी तकनीकी सहयोग को शामिल कर रहे हैं। हम समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के वास्ते क्षमता निर्माण के लिए सहयोग के माध्यम से भी क्षेत्र में योगदान कर रहे हैं। समुद्र संबंधी अंतरराष्ट्रीय क़ानून के मुद्दों पर अपनी विशेषज्ञता को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था क़ायम रखने के अपने प्रयासों के केंद्र में रखने के लिए हम क्वाड मैरीटाइम सिक्योरिटी वर्किंग ग्रुप के तहत क्वाड मैरीटाइम क़ानूनी संवाद शुरू करने का इरादा रखते हैं।

हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देने और आर्थिक एवं सामाजिक फ़ायदे पहुंचाने में अहम और उभरती प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचानते हैं। हम एक विश्वसनीय, सुरक्षित और मज़बूत दूरसंचार नेटवर्क के विकास के काम को बढ़ाना, तथा सप्लायर विविधीकरण, ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (ओपन आरएएन) और पलाऊ में ओपन आरएएन परियोजना जैसी संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देना जारी रख रहे हैं। पलाऊ में ओपन आरएएन परीक्षणों, कोर नेटवर्क प्रतिस्थापन और क्षमता निर्माण के लिए क्वाड देशों ने सामूहिक रूप से बड़ा निवेश जुटाया है। हम क्वाड फ़ेलोशिप के ज़रिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के विशेषज्ञों की अगली पीढ़ी तैयार कर रहे हैं। फ़ेलोशिप का विस्तार करते हुए इस वर्ष इसमें  दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के छात्रों को भी शामिल किया गया है। हम AI-ENGAGE में हुई ठोस प्रगति का स्वागत करते हैं, जिसमें आगामी संयुक्त अनुसंधान सहयोग के लिए हुआ सहयोग समझौता (एमओसी) शामिल है, जिस पर हम क्वाड लीडर्स समिट से पहले हस्ताक्षर का इरादा रखते हैं, ताकि उभरती प्रौद्योगिकियों के माध्यम से कृषि में नवाचार बढ़ाकर हर जगह किसानों को उपज और जलवायु प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए सशक्त बनाया जा सके। हम क्वाड सदस्यों के बीच सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन की मज़बूती बढ़ाने की दिशा में की गई प्रगति का स्वागत करते हैं। हम निरापद, सुरक्षित, और भरोसेमंद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रणाली हासिल करने के लिए हिरोशिमा एआई प्रक्रिया के परिणामों, जीपीएआई नई दिल्ली मंत्रिस्तरीय घोषणा 2023, और "सतत विकास के लिए निरापद, सुरक्षित और भरोसेमंद आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिस्टम के अवसरों का लाभ उठाने" पर संयुक्तराष्ट्र के प्रस्ताव सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को आगे बढ़ाने के महत्व को पहचानते हैं। हम आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस प्रणालियों और विभिन्न आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस गवर्नेंस फ्रेमवर्क्स के बीच अंतरसंचालनीयता पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और उन्नत संचार के लिए अंतरराष्ट्रीय तकनीकी मानकों पर क्वाड के ट्रैक 1.5 संवादों का भी स्वागत करते हैं। हम एक नई औद्योगिक क्रांति को आगे बढ़ाने वाली प्रमुख तकनीकों में से एक के रूप में बायो-मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने में सिंथेटिक बायोलॉजी की अहम भूमिका को पहचानते हैं और इस पर ज़ोर देते हैं, और हम इस क्षेत्र में सहयोग का विस्तार करने के अवसरों पर काम करेंगे।

हम अधिक खुले, सुरक्षित, स्थिर, सुलभ और शांतिपूर्ण साइबरस्पेस के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। हम क्षमता निर्माण परियोजनाओं और साइबरस्पेस में सरकारों के ज़िम्मेदारी भरे व्यवहार पर चर्चा के लिए क्वाड साइबर एंबेसडर मीटिंग की शुरुआत का स्वागत करते हैं। हम फ़िलीपींस में साइबर क्षमता निर्माण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और भारत में आगामी क्वाड साइबर बूटकैंप जैसी अपनी क्षमता निर्माण परियोजनाओं में तेज़ी लाने का इरादा रखते हैं। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए परस्पर सहयोग के ज़रूरी क्षेत्रों के बारे में चर्चा में हुई प्रगति का स्वागत करते हैं, जिसमें सप्लाई चेन सुरक्षा और विशेष महत्व के आधारभूत ढांचों की सुरक्षा, तथा भरोसेमंद आपूर्तिकर्ताओं द्वारा निर्मित सुरक्षित वाणिज्यिक अंडर-सी केबल सहित अहम बुनियादी ढांचों की सुरक्षा के विषय शामिल है। हम इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) उत्पादों की साइबर सुरक्षा के लिए क्वाड साझेदारों के बीच लेबलिंग योजनाओं को पारस्परिक मान्यता देने के लिए सहयोग का भी स्वागत करते हैं, और एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने और मज़बूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं जहां सॉफ्टवेयर सुरक्षा डिज़ाइन प्रक्रिया के भीतर और डिफ़ॉल्ट के रूप में निहित हो। हमें दूसरे क्वाड साइबर चैलेंज का इंतज़ार है जो हिंद-प्रशांत में व्यक्तिगत और सामुदायिक साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देता है।

हम मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करने के साथ-साथ विदेशों से सूचनाओं में हेरफेर और हस्तक्षेप किए जाने – जिसमें विश्वास को कमज़ोर करने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में कलह बढ़ाने वाले मिथ्या सूचनाओं का प्रसार शामिल है – से निपटते हुए सूचना वातावरण की सुरक्षा की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। हमारा मानना है इन युक्तियों का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हितों को बाधित करना है, और हम अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर अपनी सामूहिक विशेषज्ञता और जवाबी कार्रवाई करने की क्षमता का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सूचना जगत की सत्यनिष्ठा की रक्षा के लिए, हम मानवाधिकारों को क़ायम रखने, मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करने, ऑनलाइन उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार से निपटने और अनैतिक प्रथाओं का मुक़ाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।

हम संघर्षों की रोकथाम और समाधान तथा शांति स्थापना में महिलाओं और बालिकाओं की अहम भूमिका की पुष्टि करते हैं, मानवाधिकारों और शांति एवं सुरक्षा के संरक्षण और संवर्धन के सभी प्रयासों में उनकी समान और सार्थक भागीदारी और पूरी तरह शामिल किए जाने के महत्व पर बल देते हैं, तथा संघर्ष की रोकथाम और समाधान संबंधी निर्णय प्रक्रिया में उनकी भूमिका बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हैं। हम महिलाओं और बालिकाओं की भलाई, सुरक्षा और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए जारी प्रयासों का स्वागत करते हैं, जिसका उद्देश्य एक समावेशी, न्यायसंगत और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का निर्माण करना है। हम आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए इसके इस्तेमाल सहित महिला, शांति एवं सुरक्षा (डब्ल्यूपीएस) एजेंडे में योगदान देने और इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम लैंगिक समानता सुनिश्चित करने तथा स्वदेश और विदेशों में महिलाओं और बालिकाओं के मानवाधिकारों को, उनकी तमाम विविधताओं से साथ, बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। डब्ल्यूपीएस एजेंडा संघर्षों और चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए महत्वपूर्ण है।

हम आपदा प्रतिक्रिया प्रयासों का समन्वय करके हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं के खतरों को कम करने लिए प्रतिबद्ध हैं और इस क्षेत्र में आपदाओं के समय साझेदार सरकारों और समुदायों के नेतृत्व वाले प्रयासों को अपने समर्थन के माध्यम से इसे प्रदर्शित कर रहे हैं। हमने मई 2024 में दुखद भूस्खलन के बाद राहत सहायता के साथ पापुआ न्यू गिनी का समर्थन किया, जहां क्वाड साझेदारों ने सामूहिक रूप से मानवीय सहायता में 50 लाख डॉलर से अधिक का योगदान दिया। हम पापुआ न्यू गिनी को आपदारोधी दृढ़ता हासिल करने के उसके प्रयासों में समर्थन देते रहने को तैयार हैं। हम क्वाड मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) को अंतिम रूप दिए जाने का स्वागत करते हैं, जो क्वाड साझेदारों के बीच एक प्रभावी, त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया तंत्र को सक्षम करता है। हम आपदाओं के समय क्षेत्रीय साझेदारों को व्यावहारिक सहायता प्रदान करने के लिए परस्पर समन्वय बढ़ाने के लिए तैयार हैं। अगली वार्षिक बैठक और समन्वय अभ्यास का आयोजन जापान में होगा, जिनसे क्वाड HADR सहयोग और सहभागिता निरंतर बढ़ती रहेगी।

हम सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के सभी रूपों और प्रकारों की दोटूक निंदा करते हैं। हम आतंकवादियों और आतंकवादी संस्थाओं द्वारा मानवरहित विमानों (यूएवी), ड्रोन, सुरंगों और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के उपयोग की निंदा करते हैं। हम 26/11 के मुंबई हमले और पठानकोट हमले सहित आतंकवादी हमलों की अपनी निंदा को दृढ़ता से दोहराते हैं और इन हमलों के अपराधियों को बिना देरी के न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं। हम सभी देशों से आग्रह करते हैं कि वे अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र को आतंकवादी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल ना होने देने के लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करें। हम आतंकवादी हमले करने वाले अपराधियों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने और प्रतिबंधों से संबंधित संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को देशों के स्तर पर घोषित पाबंदियों के ज़रिए कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध हैं। हम अल-क़ायदा, आइसिस/दाएश, लश्कर ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और उनके प्रॉक्सी समूहों समेत संयुक्तराष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध सहित सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ विस्तारपूर्वक और निरंतर काम कर रहे हैं ताकि आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से उत्पन्न खतरों को रोकने, पता लगाने और उनका जवाब देने की उनकी क्षमता को मज़बूत किया जा सके, जिसमें आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग से पैदा खतरे भी शामिल हैं। हम आतंकवाद निवारण पर क्वाड वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक में हुई उपयोगी चर्चाओं और दिसंबर 2023 में होनोलूलू में हुए चौथे समन्वय अभ्यास  का स्वागत करते हैं, और नवंबर 2024 में जापान की मेज़बानी में होने वाली अगली बैठक और समन्वय अभ्यास के लिए तैयार हैं।

हम मज़बूत बुनियादी ढांचे के विकास के सहारे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं और क्वाड पार्टनरशिप फ़ॉर केबल कनेक्टिविटी एंड रेज़िलिएंस के तहत हुई प्रगति का स्वागत करते हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में केबल कनेक्टिविटी एंड रेज़िलिएंस सेंटर की स्थापना और अमेरिका के केबल्स कार्यक्रम के तहत क्षेत्र में 1,000 से अधिक दूरसंचार कर्मियों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाना शामिल है। हम क्वाड इंफ्रास्ट्रक्चर फ़ेलोशिप का विस्तार कर उसमें दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत द्वीपों सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में 2,200 से अधिक प्रोजेक्ट डेवलपर्स और प्रबंधकों को शामिल किए जाने की भी सराहना करते हैं। यह संख्या 2023 क्वाड लीडर्स समिट में घोषित शुरुआती 1,800 इंफ्रास्ट्रक्चर फ़ेलोशिप से अधिक है। समिट में इस पहल की शुरुआत के बाद से क्वाड साझेदारों ने 720 फ़ेलोशिप प्रदान की हैं। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बिजली क्षेत्र की दृढ़ता बढ़ाने के उद्देश्य से भारत में कोएलिशन फ़ॉर डिज़ास्टर रेज़िलिएंट इंफ़्रास्ट्रक्चर (सीडीआरआई) द्वारा आयोजित कार्यशाला की सराहना करते हैं। हम क्वाड देशों की निर्यात ऋण एजेंसियों के बीच सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने की सराहना करते हैं, जो एक समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के विकास में हमारे देशों की मदद करेगा। हम प्रशांत गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना सिद्धांतों का स्वागत करते हैं, जिन्हें 2023 में पीआईएफ़ नेताओं द्वारा अनुमोदित किया गया था और जो गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश के जी20 सिद्धांतों से निकटता से जुड़े हुए हैं, और ऐसे बुनियादी ढांचे के निर्माण पर लक्षित हैं जो सकारात्मक विकास प्रभावों को अधिकतम करता हो। हम बहुपक्षीय दाताओं सहित सभी बुनियादी ढांचा वित्तपोषकों को ऐसे बुनियादी ढांचे वाली परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जो जीवन-चक्र लागत के मद्देनजर खुली, पारदर्शी, जवाबदेह, आर्थिक रूप से किफ़ायती हों, जिनमें ऋण स्थिरता का ध्यान रखा गया हो, जो सामाजिक और पर्यावरणीय ज़रूरतों को एकीकृत करें और जलवायु सुदृढ़ता को बढ़ाएं। हमारा उद्देश्य है हिंद-प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं की पहुंच को बेहतर बनाना, और मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षित डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के परिवर्तनकारी अवसरों से लाभान्वित होना। हम इस क्षेत्र में पूरक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करते रहने का इरादा रखते हैं।

हम इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुरक्षा को मज़बूत करने और बनाए रखने के लिए सतत प्रयासों के महत्व को पहचानते हैं। हमने क्वाड हेल्थ सिक्योरिटी पार्टनरशिप के तहत द्वितीय महामारी तैयारी समन्वय अभ्यास आयोजित कर हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दृढ़ता बढ़ाने का काम किया, जो कि महामारी या वैश्विक महामारी की क्षमता वाले रोगों के प्रकोप की रोकथाम, उनका पता लगाने और उनसे मुक़ाबले की प्रक्रियाओं को मज़बूत करने के लिए क्वाड वैक्सीन पार्टनरशिप की सफलता पर आधारित है। क्वाड हेल्थ सिक्योरिटी पार्टनरशिप के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के तहत 2024 के लिए क्वाड प्रयासों में क्षेत्रीय स्वास्थ्य आपदाओं से मुक़ाबले की क्षमता विकसित करने के लिए दक्षिण पूर्व एशिया के जनस्वास्थ्य विशेषज्ञों को प्रशिक्षण देना शामिल है।

हम जलवायु संकट से निपटने की तत्काल आवश्यकता को पहचानते हैं, जो हमारे क्षेत्र के लिए ज़बरदस्त सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक चुनौतियां पेश करता है। क्वाड क्लाइमेट चेंज एडाप्टेशन एंड मिटिगेशन पैकेज (Q-CHAMP) के तहत, हम जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के साथ-साथ जलवायु प्रभाव के लिए अनुकूलन और दृढ़ता को बढ़ावा देने के वास्ते हिंद-प्रशांत साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रख रहे हैं। हम क्वाड स्टेटमेंट ऑफ़ प्रिंसिपल्स ऑन क्लीन एनर्जी सप्लाई चेंस इन इंडो-पैसिफ़िक और क्लीन एनर्जी सप्लाई चेंस पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का ध्यान रखते हैं, जिनका उद्देश्य विविध, सुरक्षित, पारदर्शी और मज़बूत स्वच्छ ऊर्जा सप्लाई चेन को बढ़ावा देना तथा टिकाऊ और समावेशी स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण का समर्थन करना है। हम क्वाड क्लाइमेट इंफॉर्मेशन सर्विसेज इनिशिएटिव पर भी निरंतर काम कर रहे हैं, जो प्रशांत द्वीपीय देशों को उनकी जलवायु दृढ़ता बढ़ाने में मदद करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जलवायु डेटा के लिए क्षमता, सहयोग और सूचना-साझाकरण तंत्र का निर्माण कर रहा है। हम सीडीआरआई और इसके इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रेज़िलिएंट आइलैंड स्टेट्स (आइरिस) पहल जैसी वैश्विक साझेदारियों के माध्यम से भी सहायता प्रदान करने का इरादा रखते हैं।

हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अंतरिक्ष से संबंधित अनुप्रयोगों और प्रौद्योगिकियों के आवश्यक योगदान को पहचानते हैं। हम सभी देशों से बाह्य अंतरिक्ष के सुरक्षित, शांतिपूर्ण, ज़िम्मेदार और टिकाऊ उपयोग में योगदान देने का आह्वान करते हैं। हम सभी देशों के लिए बाह्य अंतरिक्ष की सुरक्षा में सुधार के लक्ष्य के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग और पारदर्शिता को, और साथ ही विश्वास-निर्माण के उपायों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम बाह्य अंतरिक्ष संधि सहित बाह्य अंतरिक्ष की गतिविधियों के लिए मौजूदा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनी ढांचे को बनाए रखने के महत्व की पुष्टि करते हैं। संधि से जुड़े सभी देशों का दायित्व है कि वे धरती की अंतरिक्षीय कक्षा में परमाणु हथियार या किसी अन्य प्रकार के सामूहिक विनाश के हथियार की वाहक कोई चीज ना रखें, ऐसे हथियारों को अंतरिक्षीय पिंडों पर तैनात ना करें, या ऐसे हथियारों को किसी अन्य तरीके से बाह्य अंतरिक्ष में ना रखें।

हम यूक्रेन में चल रहे युद्ध – जिसमें इसके भयानक और दुखद मानवीय परिणाम शामिल हैं – पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं। हम संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान सहित संयुक्तराष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप, और अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता को दोहराते हैं। हम वैश्विक खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा – खासकर विकासशील और अल्पविकसित देशों के लिए – पर यूक्रेन में युद्ध के नकारात्मक प्रभावों का भी उल्लेख करना चाहते हैं।  इस युद्ध के संदर्भ में, हम इस दृष्टिकोण से सहमत हैं कि परमाणु हथियारों का उपयोग या उपयोग की धमकी अस्वीकार्य है। हम अंतरराष्ट्रीय क़ानून को क़ायम रखे जाने के महत्व को रेखांकित करते हैं, और संयुक्तराष्ट्र चार्टर के अनुरूप दोहराते हैं कि सभी देशों को किसी भी देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ़ धमकी या बलप्रयोग से बचना चाहिए।

हम उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक का उपयोग करके अस्थिरताकारी प्रक्षेपण और संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के विभिन्न प्रस्तावों (यूएनएससीआर) का उल्लंघन करते हुए परमाणु हथियारों का निरंतर विकास किए जाने की निंदा करते हैं। हम उत्तर कोरिया द्वारा अपने सामूहिक विनाश के हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को वित्तपोषित करने के लिए प्रसार संपर्कों, घातक साइबर गतिविधियों और विदेशों में अपने कामगारों के उपयोग पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं। हम यूएनएससीआर के विभिन्न प्रस्तावों के अनुरूप कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, और हम उत्तर कोरिया से यूएनएससीआर के तहत अपने सभी दायित्वों का पालन करने और ठोस बातचीत में शामिल होने का आग्रह करते हैं। हम क्षेत्र और उसके बाहर उत्तर कोरिया से जुड़ी परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकियों के किसी भी तरह के प्रसार को रोकने की आवश्यकता पर बल देते हैं। इस संदर्भ में, हम संयुक्तराष्ट्र के सभी सदस्य देशों से संबंधित यूएनएससीआर के अनुपालन का आग्रह करते हैं, जिसमें उत्तर कोरिया को सभी हथियारों और संबंधित सामग्रियों के हस्तांतरण या उत्तर कोरिया से इनकी खरीद पर प्रतिबंध शामिल है। चूंकि उत्तर कोरिया से संबंधित यूएनएससीआर प्रतिबंधों के उल्लंघन की निगरानी करने वाले यूएन पैनल के विशेषज्ञों के अधिदेश का नवीनीकरण नहीं किया गया था, इसलिए हम पूर्णतया लागू प्रासंगिक यूएनएससीआर के निरंतर कार्यान्वयन की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। हम अपहरणों से जुड़े मुद्दे के तत्काल समाधान की आवश्यकता की फिर से पुष्टि करते हैं।

हम राखीन स्टेट समेत म्यांमार में बिगड़ती राजनीतिक, सुरक्षा और मानवीय स्थिति से बहुत चिंतित हैं। वहां जारी संघर्ष और अस्थिरता का क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। हम एक बार फिर हिंसा के तत्काल अंत, अन्यायपूर्ण तरीके से हिरासत में लिए गए सभी लोगों की रिहाई, सुरक्षित और निर्बाध मानवीय सहायता की पहुंच, सभी हितधारकों के बीच रचनात्मक और समावेशी बातचीत के माध्यम से संकट के समाधान, और समावेशी लोकतंत्र के मार्ग पर म्यांमार की वापसी का आह्वान करते हैं। हम संकट के समाधान की तलाश में जुटे आसियान नेतृत्व के लिए अपने मज़बूत समर्थन की पुष्टि करते हैं, जिसमें पांच-सूत्री सहमति का कार्यान्वयन, तथा आसियान अध्यक्ष और म्यांमार के लिए आसियान के विशेष दूत के रचनात्मक प्रयास शामिल हैं। हम सभी पक्षों से आसियान की पांच-सूत्री सहमति को पूर्णतया लागू करने का आह्वान करते हैं। हम म्यांमार की स्थिति के पड़ोसी देशों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में भी चिंतित हैं, जहां साइबर अपराध, अवैध ड्रग व्यापार और मानव तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराध बढ़ रहे हैं। हम सभी देशों से जेट ईंधन सहित हथियारों और दोहरे उपयोग वाली सामग्रियों का प्रवाह रोकने की अपनी अपील दोहराते हैं। हम म्यांमार के लोगों के प्रति अपने समर्थन के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं तथा म्यांमार के लोगों के नेतृत्व में इस संकट का टिकाऊ और स्थायी समाधान खोजने के लिए व्यावहारिक और रचनात्मक तरीकों से सभी हितधारकों के साथ काम करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता की स्थापना में हमारी गहरी रुचि है। हम 7 अक्टूबर 2023 को हुए आतंकी हमलों की दोटूक निंदा करते हैं। गाज़ा में बड़े पैमाने पर नागरिकों की मौत और मानवीय संकट अस्वीकार्य है। हम हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने की अनिवार्यता की पुष्टि करते हैं, और इस बात पर ज़ोर देते हैं कि बंधकों को रिहा करने के समझौते से गाज़ा में तत्काल और दीर्घकालिक युद्धविराम लागू होगा। हम गाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता की आपूर्ति में भारी वृद्धि किए जाने की तत्काल आवश्यकता के साथ-साथ क्षेत्रीय तनाव ना बढ़ने देने की अहम ज़रूरत पर बल देते हैं। हम सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय क़ानून, जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता क़ानून शामिल है, के अनुपालन का आग्रह करते हैं। हम संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव S/RES/2735 (2024) का स्वागत करते हैं, और संबंधित पक्षों से सभी बंधकों की रिहाई और तत्काल युद्धविराम की दिशा में तुरंत और लगातार काम करने का दृढ़ आग्रह करते हैं। हम सभी पक्षों से सहायताकर्मियों सहित नागरिकों के जीवनरक्षा करने और मानवीय राहत सामग्री के त्वरित परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए हरसंभव कदम उठाने का आह्वान करते हैं। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों सहित अन्य देशों को भी प्रोत्साहित करते हैं कि वे तात्कालिक गंभीर मानवीय ज़रूरतों को पूरा करने के अपने प्रयासों को बढ़ाएं। हम इस बात पर ज़ोर देते हैं कि गाज़ा पट्टी की भावी पुनरोत्थान और पुनर्निर्माण योजनाओं को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा समर्थन दिया जाना चाहिए। हम द्विराष्ट्र समाधान के तहत इज़रायल की वैध सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए एक संप्रभु, व्यवहार्य और स्वतंत्र फ़लस्तीनी राष्ट्र के लिए प्रतिबद्ध हैं जो इज़रायलियों और फ़लस्तीनियों दोनों के लिए न्यायपूर्ण, स्थायी और सुरक्षित शांति सुनिश्चित करे। कोई भी एकतरफ़ा कार्रवाई जो द्विराष्ट्र समाधान की संभावना को कमज़ोर करती है, जिसमें इज़रायल द्वारा अपनी बस्तियों का विस्तार और दोनों पक्षों का हिंसक उग्रवाद शामिल हैं, को समाप्त किया जाना चाहिए। हम इस क्षेत्र में संघर्ष के विस्तार और फैलाव को रोकने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हैं।

हम लाल सागर और अदन की खाड़ी से गुजरने वाले अंतरराष्ट्रीय और वाणिज्यिक जहाज़ों पर हूतियों द्वारा किए जा रहे हमलों की निंदा करते हैं। ये हमले क्षेत्र को अस्थिर करते हैं, नौवहन अधिकारों और स्वतंत्रताओं तथा व्यापार प्रवाह को बाधित करते हैं, तथा नाविकों सहित जहाज़ों और उन पर सवार लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।

हम संयुक्तराष्ट्र चार्टर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं और सभी देशों से इसके उद्देश्यों और सिद्धांतों को क़ायम रखने का आह्वान करते हैं, जिसमें किसी भी देश की क्षेत्रीय अखंडता या राजनीतिक स्वतंत्रता के विरुद्ध धमकी या बलप्रयोग से बचना शामिल है। हम क़ानून के शासन के प्रति सम्मान बनाए रखने और सद्भावपूर्वक क़ानून का पालन करने की अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हैं, क्योंकि ये सभी सदस्य देशों की शांति, स्थिरता और समृद्धि की बुनियाद हैं। इस संदर्भ में, हम बहुपक्षीय प्रणाली और इसकी संस्थाओं को मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं। हम बहुपक्षीय प्रणाली, विशेष रूप से संयुक्तराष्ट्र में सामूहिक विश्वास, को पुनर्जागृत करने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हैं और हम संयुक्तराष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के मूलभूत सिद्धांतों को कमज़ोर करने के प्रयासों के खिलाफ़ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी सीटों के विस्तार सहित संयुक्तराष्ट्र में सुधार के व्यापक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस संबंध में, हम सुरक्षा परिषद में सुधारों पर अंतर-सरकार वार्ता (IGN) प्रक्रिया में सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं, और परिषद को अधिक प्रतिनिधिक, पारदर्शी, प्रभावी और विश्वसनीय बनाने के व्यापक उद्देश्य के साथ त्वरित सुधारों का आह्वान करते हैं। हम सुधारों के ज़रिए सुरक्षा परिषद में अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र के लिए अधिक स्थायी प्रतिनिधित्व का भी आह्वान करते हैं। हम पैक्ट फ़ॉर द फ़्यूचर के पाठ में संयुक्तराष्ट्र में तत्काल और व्यापक सुधारों पर महत्वाकांक्षी विचार शामिल करने की दिशा में काम करने का इरादा रखते हैं। छह साल बचे हैं, और हम सतत विकास के लिए 2030 एजेंडे के पूर्ण कार्यान्वयन और सभी सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को समग्रता से प्राप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं जो तीन आयामों – आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय – के  बीच संतुलित है। हम 2030 एजेंडा और इसके 17 एसडीजी और 169 लक्ष्यों को स्वीकार करते हैं जो सभी के मानवाधिकारों को साकार करने, लैंगिक समानता, और सभी महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तीकरण के उद्देश्यों की पूर्ति के प्रयासों पर केंद्रित हैं। वे एकीकृत और अविभाज्य हैं और सतत विकास के तीन आयामों – आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय – को संतुलित करते हैं। इस संबंध में, हम समिट ऑफ़ द फ़्यूचर में चर्चा समेत, सतत विकास के लिए 2030 के बाद की रूपरेखा पर चर्चा में रचनात्मकता  और मज़बूती के साथ शामिल होने की अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हैं। क्वाड एक सुरक्षित और संरक्षित दुनिया के निर्माण के लिए प्रयासरत है जहां मानवाधिकारों और मानवीय गरिमा की रक्षा की जाती हो, जो एसडीजी के केंद्रीय विचार – "कोई पीछे ना छूटे" – पर आधारित है। हम संयुक्तराष्ट्र एसडीजी फ्रेमवर्क को नया रूप देने के प्रयासों को लेकर चिंतित हैं और पुष्टि करते हैं कि 2030 एजेंडा और एसडीजी परस्पर संबंद्ध और अविभाज्य हैं।

क्वाड एक ऐसी साझेदारी है जो विकसित हो रही है और परिणाम दे रही है, तथा निरंतर क्षेत्रीय देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आज की चुनौतियों का सामना करने के लिए समाधान और विकल्प प्रदान कर रही है। क्वाड अन्य देशों को ठोस लाभ प्रदान करने हेतु अपनी योजनाओं के निरंतर कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है, जिनमें आज यहां प्रस्तुत सहयोग के उदारण भी शामिल हैं।

हम इस वर्ष के अंत में भारत द्वारा अगले क्वाड लीडर्स समिट की मेज़बानी और 2025 में अमेरिका द्वारा क्वाड विदेश मंत्रियों की अगली बैठक की मेज़बानी को लेकर उत्साहित हैं।

बयान समाप्त।


मूल स्रोत: https://www.state.gov/joint-statement-from-the-quad-foreign-ministers-meeting-in-tokyo/

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।


This email was sent to stevenmagallanes520.nims@blogger.com using GovDelivery Communications Cloud on behalf of: Department of State Office of International Media Engagement · 2201 C Street, NW · Washington, DC · 20520 GovDelivery logo

No comments:

Page List

Blog Archive

Search This Blog

Get an Extra 10% Off…

Re: Further Markdowns  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏ ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏ ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏ ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏ ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏  ͏...