Wednesday, December 27, 2023

मध्य पूर्व की स्थिति पर संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव पारित होने के बाद मतदान के बारे में राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड का संबोधन

Department of State United States of America

अनुवादअमेरिकी विदेश विभाग केसौजन्य से



संयुक्तराष्ट्र में अमेरिकी मिशन
प्रेस एवं लोक कूटनीति कार्यालय
दिसंबर 22, 2023

धन्यवाद, अध्यक्ष महोदय। और परिषद के साथियों को भी धन्यवाद। यह कठिन काम था, लेकिन हमने कर दिखाया।

इस संघर्ष की शुरुआत के बाद से, अमेरिका ने इस मानवीय संकट को कम करने के लिए अथक प्रयास किए हैं; गाज़ा में जीवनरक्षक सहायता पहुंचाने और बंधकों को गाज़ा से बाहर निकालने से लेकर, निर्दोष नागरिकों और मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा हेतु प्रयास करने, और स्थायी शांति की दिशा में काम करने तक।

आज का मतदान इन प्रयासों को बल देता है और हमारी प्रत्यक्ष कूटनीति का समर्थन करता है। और मैं एक मज़बूत और मानवीय सहायता पर केंद्रित प्रस्ताव तैयार करने हेतु हमारे साथ सद्भावनापूर्वक काम करने के लिए यूएई और अन्य पक्षों को धन्यवाद देना चाहती हूं।

इसे सही रूप देने के लिए बातचीत में कई दिन और कई लंबी रातें लगीं, लेकिन आज, इस परिषद ने अकल्पनीय पीड़ा के अंधियारे के बीच उम्मीद की एक किरण दिखाई है। आज इस परिषद ने सुरक्षित, निर्बाध और विस्तारित मानवीय सहायता पहुंचाने की तुरंत अनुमति देने और शत्रुता की स्थायी समाप्ति के लिए स्थितियां बनाने हेतु तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया।

मैं उल्लेख करना चाहूंगी कि यह पहली बार है जब इस परिषद ने इस भाषा का उपयोग किया है। हमारा मानना है कि मदद बढ़ाने और आगे उठाए जाने वाले कठिन कदमों को रेखांकित करने के लिए भाषा महत्वपूर्ण है, जब हम स्थायी शांति प्राप्त करने हेतु मिलकर काम कर रहे हैं।

साथियों, आज इस परिषद ने स्पष्ट कर दिया है कि गाज़ा में मानवीय संकट से निपटने को हमें अपने एजेंडे में सबसे आगे रखना होगा। आज, इस परिषद ने स्पष्ट किया है कि सभी बंधकों को तुरंत और बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए और मानवीय सहायता समूहों को चिकित्सा जांच के अवसरों सहित बंधकों तक पहुंचने देना चाहिए।

आज इस परिषद ने स्पष्ट कर दिया कि सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून का सम्मान करना होगा। इस परिषद ने साफ बता दिया है कि अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों, स्कूलों, पूजा स्थलों और संयुक्तराष्ट्र के केंद्रों, और साथ ही मानवीय सहायता कर्मियों और चिकित्सा कर्मियों सहित असैन्य और मानवीय सहायता केंद्रों की रक्षा की जानी चाहिए।

ये इस संघर्ष के सभी पक्षों पर लागू होता है। इज़रायल पर। और हमास पर भी, जो एक आतंकवादी समूह है और जिसने इस संघर्ष को शुरू किया और जो घरों, अस्पतालों और संयुक्तराष्ट्र के केंद्रों के भीतर से युद्ध छेड़ता है और बेगुनाह लोगों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करता है, जोकि कायरतापूर्ण और क्रूर कृत्य है।

सहकर्मियों, आज, इस परिषद ने मानवीय सहायताकर्मी तथा ईंधन, भोजन, चिकित्सा सामग्री और आपातकालीन आश्रय सहायता सहित ज़रूरी मदद की ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता को स्पष्ट कर दिया है।

यह कहने की ज़रूरत नहीं कि ऐसा करना किस क़दर अत्यावश्यक है। कल ही, मानवतावादी समूहों ने गाज़ा में गंभीर खाद्य सुरक्षा संकट पर एक रिपोर्ट जारी की और जिन मानवीय सहायता प्रतिनिधियों से मैं मिली हूं उनकी शब्दावली में अकाल शब्द शामिल होना शुरू हो गया है। सर्जरी बिना एनेस्थीसिया के की जा रही है, लोग संयुक्तराष्ट्र के भीड़भाड़ वाले आश्रय स्थलों में दुबके हुए हैं, जबकि बहुत से लोग सड़कों पर सो रहे हैं।

इस प्रस्ताव में इस संकट की गंभीरता का ज़िक्र है, और यह हम सभी से और अधिक प्रयास करने का आह्वान करता है।

जहां तक हमारी बात है, अमेरिका ने प्रत्यक्ष, सतत, राष्ट्रपतीय कूटनीति के ज़रिए मानवीय सहायता का वितरण बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया है। इस संघर्ष के आरंभिक दौर में, हमने राफ़ा सीमा मार्ग खोलने के लिए समझौता कराने में मदद की। पिछले महीने, हमने एक समझौता कराया जिसके कारण संघर्ष में एक विस्तारित मानवीय विराम संभव हो सका, जिसके दौरान 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया और गाज़ा को अतिरिक्त सहायता मिली। और पिछले सप्ताह, हमने गाज़ा में लोगों तक सीधे सहायता पहुंचाने के लिए केरेम शालोम सीमा मार्ग खुलवाने में मदद की।

यह प्रस्ताव इन प्रयासों के पीछे सुरक्षा परिषद की ताक़त उपलब्ध कराता है और संयुक्तराष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति का आह्वान कर उसे और बल देता है। उक्त अधिकारी बड़े पैमाने पर और सतत रूप से मानवीय सहायता के वितरण में तेज़ी लाने के लिए काम करेगा।

हम जानते हैं कि मानवीय सहायताकर्मी पहले से ही असंभव काम कर रहे हैं, और हम उनके जीवनरक्षक कार्यों के समर्थन में अपनी तरफ़ से हरसंभव प्रयास करने के लिए तैयार हैं। यह महत्वपूर्ण है कि, इस प्रस्ताव को लागू करते समय, संयुक्तराष्ट्र उस प्रगति को आगे बढ़ाए जो हमने ज़मीनी स्तर पर देखी है। और हम इस नवनियुक्त अधिकारी के मानवीय सहायता प्रतिनिधियों और इज़रायल सहित संबंधित पक्षों के साथ मिलकर काम करने की आशा करते हैं।

हमें पता है कि इस मानवीय संकट को दूर करने और स्थायी शांति का आधार तैयार करने के लिए अभी बहुत कुछ करने की ज़रूरत है।

और हमें इन बातों को लेकर कोई संशय नहीं रहे: हमास की स्थायी शांति में कोई दिलचस्पी नहीं है। हमास 7 अक्टूबर की भयावहता को बार-बार दोहराने पर आमादा है। और यही कारण है कि अमेरिका अपने लोगों को आतंकवादी कृत्यों से बचाने के इज़रायल के अधिकार का समर्थन करता है।

और मैं इस बात का उल्लेख करना चाहूंगी कि यह प्रस्ताव ऐसे किसी भी कदम का समर्थन नहीं करता है जोकि हमास को सत्ता में बनाए रखे जो, ज़ाहिर है, द्विराष्ट्र समाधान की संभावनाओं को कमज़ोर करेगा जहां गाज़ा और वेस्ट बैंक एक पुनर्गठित और पुनर्जीवित फ़लस्तीनी प्राधिकरण के नेतृत्व में एकल शासन तंत्र के तहत फिर से एकजुट हो जाएंगे।

सहकर्मियों, हमें ऐसे भविष्य की दिशा में काम करना चाहिए जहां इज़रायली और फ़लस्तीनी शांतिपूर्वक साथ-साथ रहें। यही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।

अंततः, जब हम इस बात से उत्साहित हैं कि परिषद ने इस मानवीय संकट पर अपनी बात सामने रखी है, हम इस बात को लेकर बहुत निराश भी हैं – वास्तव में स्तब्ध हैं – कि एक बार फिर, परिषद 7 अक्टूबर के हमास के भयानक आतंकवादी हमले की निंदा नहीं कर पाया। और मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि परिषद के कुछ सदस्य इसमें अवरोध क्यों बनते हैं, और वे इन बुराइयों की दोटूक निंदा करने से क्यों इनकार करते हैं। एक संगीत कार्यक्रम में युवाओं की हत्या करने, परिवारों को ज़िंदा जलाने, और व्यापक यौन हिंसा की रिपोर्टों के मद्देनज़र हमास की निंदा करना इतना कठिन क्यों है? भला क्यों? मैं कभी नहीं समझ पाऊंगी कि परिषद के कुछ सदस्य ऐसी बुराई के सामने चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।

सहकर्मियों, हमारा यह भी मानना है कि इस परिषद को संघर्ष में एक बार फिर मानवीय विराम सुनिश्चित के लिए अपना समर्थन जारी रखना चाहिए। इज़रायल ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बारे में वह एक और समझौता करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह अब पूरी तरह हमास पर निर्भर है। हमास को अतिरिक्त मानवीय विरामों के लिए सहमत होना होगा। इसके ज़रिए ही हम अतिरिक्त सहायता प्रदान कर सकते हैं, ज़िंदगियां बचा सकते हैं और अतिरिक्त बंधकों को रिहा करा सकते हैं।

आज, इस परिषद ने अपनी बात सामने रखी, लेकिन हम जानते हैं कि केवल ज़मीनी स्तर पर हुई प्रगति ही इन शब्दों को वास्तविकता में बदल सकती है। इसलिए, अमेरिका गाज़ा में अधिक मानवीय सहायता पहुंचाने, बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने और स्थायी शांति की दिशा में काम करने के लिए संयुक्तराष्ट्र, मानवीय सहायता समूहों और क्षेत्र के देशों के साथ काम करना जारी रखेगा।

हमारे पास व्यर्थ समय गंवाने का मौक़ा नहीं है। हम जो पीड़ा देख रहे हैं उसे समाप्त करने के लिए हमें आगे बढ़ने का रास्ता खोजना होगा। एक फ़लस्तीनी बच्चे को अपना घर नष्ट होने के बाद डर से कांपते देखना असहनीय है। अपने प्रियजनों की वापसी का बेसब्री से इंतजार और प्रार्थना कर रहे बंधकों के परिवारों को इतने दर्द और दुख का सामना करते देखना असहनीय है। मेरा दिल दर्द से भरा है, और मैं जानती हूं कि दुनिया भर में बहुत सारे लोग ऐसा ही अनुभव कर रहे हैं। इसलिए, हमें इस गहन पीड़ा को हमेशा के लिए दूर करने हेतु मिलकर काम करना चाहिए।

धन्यवाद।


मूल स्रोत: https://usun.usmission.gov/explanation-of-vote-delivered-by-ambassador-linda-thomas-greenfield-following-the-adoption-of-a-unscr-on-the-situation-in-the-middle-east/

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।


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