Monday, July 12, 2021

अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी पर राष्ट्रपति बाइडेन का संबोधन

Department of State United States of America

अनुवादअमेरिकी विदेश विभाग केसौजन्य से



व्हाइट हाउस
तत्काल जारी करने के लिए
जुलाई 8, 2021

ईस्ट रूम
2:09 अपराह्न, ईडीटी

राष्ट्रपति:  नमस्कार। इससे पहले आज, हमारे वरिष्ठ सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने मुझे अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी और सहयोगी देशों के सैनिकों की वापसी की ताज़ा स्थिति के बारे में जानकारी दी।

जब मैंने अप्रैल में सैनिकों की वापसी की घोषणा की थी, तो मैंने सितंबर तक वहां से बाहर निकलने की बात की थी, और हम उस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में बढ़ रहे हैं।

अफ़ग़ानिस्तान में हमारा सैनिक मिशन 31 अगस्त को संपन्न हो जाएगा। सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया सुरक्षित और क्रमिक तरीक़े से चल रही है, और वहां से रवाना होते समय हमारे सैनिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

हमारे सैन्य कमांडरों ने मुझे सलाह दी थी कि एक बार जब मैंने युद्ध को समाप्त करने का निर्णय ले लिया, तो हमें वापसी के मुख्य चरणों को पूरा करने के लिए शीघ्रता से आगे बढ़ने की जरूरत है। और इस संदर्भ में, तेज़ी का मतलब सुरक्षा है।

और जिस तरह से हमने अपने सैनिकों की वापसी का प्रबंधन किया है, उसके कारण हमने कोई सैनिक नहीं खोया है – न कोई अमेरिकी सैनिक और न ही किसी सहयोगी सेना का सदस्य। वापसी की प्रक्रिया को अलग ढंग से संचालित करने से निश्चित रूप से हमारे कार्मिकों की सुरक्षा के लिए ख़तरा बढ़ता।

मुझे वे जोखिम अस्वीकार्य थे। और हमारी सेना इस कार्य को कुशलतापूर्वक और उच्चतम स्तर की पेशेवरता के साथ करेगी इसमें कभी कोई संदेह नहीं था। वे ऐसा ही करते हैं। और हमारे नैटो सहयोगियों और साझेदारों के बारे में भी यही सच है – हम उनका समर्थन कर रहे हैं, और साथ ही वापसी करते हुए वे भी हमारा समर्थन कर रहे हैं।

मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं: अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सैन्य मिशन अगस्त के अंत तक जारी है। हम मौजूद हैं – हम उस देश में अपने कार्मिकों और क्षमताओं को बरक़रार रख रहे हैं, और हमारे पास कुछ अधिकार भी हैं – माफ़ करें, वही अधिकार जिसके तहत हम काफ़ी समय से वहां काम कर रहे हैं।

जैसा कि मैंने अप्रैल में कहा था, अमेरिका ने वो कार्य पूरे किए हैं जिन्हें पूरा करने हम अफ़ग़ानिस्तान गए थे: 9/11 को हम पर हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ने और ओसामा बिन लादेन को सज़ा देने के लिए, और आतंकवादी ख़तरे को कम करने के लिए ताकि अफ़ग़ानिस्तान वो जगह नहीं बन सके जहां से कि अमेरिका के खिलाफ़ हमले जारी रखे जाते हों। हमने इन उद्देश्यों को हासिल कर लिया है। इसी काम के लिए हम वहां गए थे।

हम राष्ट्र निर्माण के लिए अफ़ग़ानिस्तान नहीं गए थे। और यह केवल अफ़ग़ान लोगों का अधिकार और उत्तरदायित्व है कि वे अपने भविष्य को और इस बात को तय करें कि वे अपने देश को कैसे चलाना चाहते हैं।

अपने नैटो सहयोगियों और साझेदारों के साथ, हमने अफ़ग़ान राष्ट्रीय सुरक्षा बल के लगभग 300,000 वर्तमान सेवारत सैनिकों को प्रशिक्षित और हथियाबंद किया है, और इसके अतरिक्त बड़ी संख्या में और सैनिकों को भी, जो अब सेवारत नहीं हैं। इसके साथ ही, पिछले दो दशकों के दौरान अफ़ग़ान राष्ट्रीय रक्षा एवं सुरक्षा बल के लाखों सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया है।

हमने अपने अफ़ग़ान साझेदारों को सारे उपकरण प्रदान किए हैं – मैं इस बात पर ज़ोर देना चाहूंगा: किसी भी आधुनिक सेना के लिए ज़रूरी सभी उपकरण, प्रशिक्षण और हथियार। हमने उन्हें उन्नत हथियार उपलब्ध कराए। और हम धन एवं साज़ोसामान देना जारी रखेंगे। और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि उनके पास अपनी वायुसेना को क़ायम रखने की क्षमता हो।

लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात, जिस पर कि मैंने दो हफ़्ते पहले राष्ट्रपति ग़नी और अध्यक्ष अब्दुल्ला के साथ अपनी बैठक में ज़ोर दिया था, अफ़ग़ान नेताओं को एक साथ आना होगा और ऐसे भविष्य की ओर बढ़ना होगा जोकि अफ़ग़ान लोगों की आकांक्षा है और जिसके कि वे हक़दार हैं।

अपनी बैठक में, मैंने ग़नी को ये आश्वासन भी दिया कि अफ़ग़ानिस्तान के लोगों के लिए अमेरिकी समर्थन जारी रहेगा। हम महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने सहित असैन्य और मानवीय सहायता देना जारी रखेंगे।

मेरा अफ़ग़ानिस्तान में हमारी कूटनीतिक उपस्थिति बनाए रखने का इरादा है, और वहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सुरक्षित बनाए रखने के लिए हम अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर समन्वय कर रहे हैं।

और, हम अमन और शांति समझौते को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ कूटनीति करने जा रहे हैं जो इस निरर्थक हिंसा को समाप्त कर देगी।

मैंने बातचीत के ज़रिए समाधान हासिल करने के लिए विदेश मंत्री ब्लिंकन और अफ़ग़ानिस्तान में सुलह के लिए हमारे विशेष प्रतिनिधि को अफ़ग़ानिस्तान में विभिन्न पक्षों के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के साथ पूरे उत्साह से काम करने के लिए कहा है।

मैं यहां स्पष्ट करना चाहूंगा: शांतिपूर्ण समाधान के समर्थन को लेकर क्षेत्र के देशों की एक आवश्यक भूमिका है। हम उनके साथ काम करेंगे और उन्हें ख़ुद भी अपने प्रयासों को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए।

हम मार्क सहित हिरासत में लिए गए अमेरिकियों की रिहाई के लिए काम करना जारी रखने  हैं – माफ़ करें फ्रेरिक्स – मैं नाम का सही उच्चारण करना चाहता हूं; मैं ग़लत बोल गया था – ताकि वह अपने परिवार के पास सुरक्षित लौट सकें।

हम ये भी सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि हम दुभाषियों और अनुवादकों सहित अमेरिकी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले अफ़ग़ान नागरिकों को अपने यहां आने दें – क्योंकि इसके आगे वहां हमारी सेना नहीं होगी; हमें उनकी आवश्यकता नहीं होगी और उनके पास कोई अन्य रोज़गार नहीं है – जो हमारे प्रयासों के लिए भी महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं, इसलिए वे – और वे बहुत महत्वपूर्ण हैं – और इसलिए उनके परिवार को भी ख़तरे का सामना नहीं करना पड़ेगा।

हमने उन्हें अमेरिका लाने के लिए विशेष आप्रवासी वीज़ा प्रक्रिया में लगने वाले समय को पहले ही नाटकीय रूप से कम कर दिया है।

20 जनवरी को मेरे पद संभालने के बाद से, हम अमेरिका आने के लिए 2,500 विशेष आप्रवासी वीज़ा को पहले ही मंज़ूरी दे चुके हैं। अब तक, उनमें से आधे से भी कम लोगों ने ऐसा करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। आधे विमानों और वाणिज्यिक उड़ानों के ज़रिए आ गए हैं, और बाक़ी आधे वहां रहना चाहते हैं – कम से कम अब तक यही स्थिति है।

हम इस संबंध में मंज़ूरी संबंधी क़ानून में बदलाव के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि हम इस तरह के वीज़ा को मंजूरी देने की प्रक्रिया को बेहतर बना सकें। और उन लोगों के साथ काम कर रहे हैं जिन्होंने हमारी योजना का समर्थन किया है – हज़ारों अफ़ग़ानों और उनके परिवारों को अमेरिकी सैन्य मिशन के समाप्त होने से पहले बाहर स्थानांतरित करने की योजना, ताकि यदि वे चाहें तो अपने अमेरिकी वीज़ा की प्रक्रिया पूरी होने तक अफ़ग़ानिस्तान के बाहर सुरक्षित रहते हुए प्रतीक्षा कर सकें।

इस योजना के तहत महाद्वीपीय अमेरिका के बाहर के अमेरिकी ठिकानों के साथ-साथ तीसरे देशों में ऐसे सुविधाओं की पहचान की गई है, जहां हमारे अफ़ग़ान सहयोगियों को रखा जा सके, यदि वे इस विकल्प को चुनते हैं। और, इस महीने से, हम देश छोड़ने का विकल्प चुनने वाले अफ़ग़ानिस्तान के एसआईवी आवेदकों और उनके परिवारों के लिए स्थानांतरण उड़ानें शुरू करने जा रहे हैं।

हमने व्हाइट हाउस और विदेश विभाग की अगुआई वाली टास्क फोर्स में एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया है जो इन सभी प्रयासों का समन्वय कर रहा है।

लेकिन उन महिलाओं और पुरुषों के लिए हमारा संदेश स्पष्ट है: अमेरिका आपके लिए अपना घर है बशर्ते आप इस विकल्प को चुनते हैं, और हम आपके साथ खड़े होंगे, जैसे आप हमारे साथ खड़े थे।

जब मैंने अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सैन्य भागीदारी को समाप्त करने का निर्णय लिया, तो मेरा ये मानना था कि इस युद्ध को अनिश्चित काल तक लड़ते रहना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में नहीं है। मैंने स्पष्ट दृष्टि से निर्णय लिया, और मुझे प्रतिदिन युद्ध के मैदान की नवीनतम जानकारी दी जाती है।

लेकिन उन लोगों से, जिनकी दलील है कि हमें वहां सिर्फ छह महीने या सिर्फ एक साल और रहना चाहिए, मैं उनसे हाल के इतिहास के सबक पर विचार करने के लिए कहता हूं।

2011 में, नैटो सहयोगी और साझेदार सहमत हुए थे कि हम 2014 में अपने लड़ाकू मिशन को समाप्त कर देंगे। 2014 में, कुछ ने तर्क दिया, "एक और वर्ष।" इसलिए हम लड़ते रहे, और हम हताहत होते रहे। 2015 में, वही बात हुई। और आगे भी ऐसा ही होता रहा।

लगभग 20 वर्षों के अनुभव ने हमें समझाया है कि वर्तमान सुरक्षा स्थिति केवल इस बात की पुष्टि करती है कि अफ़ग़ानिस्तान में "सिर्फ एक और वर्ष" की लड़ाई कोई समाधान नहीं है, बल्कि वहां अनिश्चित काल तक रुके रहने का एक बहाना है।

अपने देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेना अफ़ग़ानों के हाथों में है।

कुछ अन्य लोगों की दलील अधिक स्पष्ट है। उनका तर्क है कि हमें अफ़ग़ानों के साथ – अफ़ग़ानिस्तान में अनिश्चित काल तक रहना चाहिए। ऐसी दलील देते हुए, वे इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि हमें पिछले वर्ष वहां नुक़सान नहीं उठाना पड़ा है, इसलिए उनका दावा है कि महज यथास्थिति बनाए रखने की लागत न्यूनतम है।

लेकिन यह दलील देने वाले वास्तविकता और तथ्यों की अनदेखी करते हैं जो मेरे पदभार संभालने के समय अफ़ग़ानिस्तान में पहले से ही ज़मीनी हक़ीक़त थी: तालिबान 2001 के बाद सैन्य रूप से सबसे मज़बूत स्थिति में है।

अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या को न्यूनतम कर दिया गया था। और अमेरिका ने, पिछले प्रशासन के दौरान तालिबान के साथ एक समझौता किया था, इस साल के 1 मई तक हमारे सभी सैनिकों को वहां से हटाने के बारे में। यही मुझे विरासत में मिला है। उस समझौते के कारण ही तालिबान ने अमेरिकी सेना के खिलाफ बड़े हमले बंद कर दिए थे।

अगर, अप्रैल में, मैंने इसके बजाय ये घोषणा की होती कि अमेरिका पिछले प्रशासन द्वारा किए गए उस समझौते से पीछे हटने वाला है – कि अमेरिका और सहयोगी देशों की सेनाएं निकट भविष्य के लिए अफ़ग़ानिस्तान में बनी रहेंगी – तो तालिबान ने फिर से हमारी सेना को निशाना बनाना शुरू कर दिया होता।

यथास्थिति विकल्प नहीं था। वहां रुकने का मतलब होता अमेरिकी सैनिकों का हताहत होना; अमेरिकी सैनिकों का वापस गृहयुद्ध के बीच फंसना। और हम अपने शेष सैनिकों की रक्षा के लिए अफ़ग़ानिस्तान में और अधिक सैनिकों को भेजने का जोखिम उठाते।

एक बार तालिबान के साथ समझौता हो जाने के बाद, न्यूनतम बल के साथ वहां रहना अब संभव नहीं था।

तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं, जो चाहते थे कि हम वहां रुके रहें: आप अमेरिका के और कितने हज़ार बेटियों और बेटों को जोखिम में डालने को तैयार हैं? आप उन्हें कब तक वहां रखेंगे?

हमारे पास पहले से ही ऐसे सैनिक हैं जिनके माता-पिता 20 साल पहले अफ़ग़ानिस्तान में लड़े थे। क्या आप उनके बच्चों को और उनके पोते-पोतियों को भी वहां भेजेंगे? क्या आप अपने बेटे या अपनी बेटी को वहां भेजेंगे?

20 वर्षों के बाद – अफ़ग़ान राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा बल के लाखों सैनिकों को प्रशिक्षित और हथियारबंद करने पर एक ट्रिलियन डॉलर खर्च करने, 2,448 अमेरिकियों के जान गंवाने और 20,722 अन्ये के घायल होने, और हज़ारों अन्य के मानसिक स्वास्थ्य को हुई अप्रत्यक्ष क्षति के साथ घर वापस आने के बाद – मैं अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध के लिए अमेरिकियों की एक और पीढ़ी को नहीं झोंक सकता, जब कोई अलग परिणाम हासिल होने की कोई तर्कसंगत उम्मीद नहीं है।

अमेरिका 20 साल पहले की दुनिया से संबंधित प्रतिक्रिया देने वाली नीतियों से बंधे रहने का जोखिम नहीं उठा सकता। हमें आज मौजूद ख़तरों से निपटने की जरूरत है।

आज आतंकवादी ख़तरा अफ़ग़ानिस्तान के बाहर भी फैल गया है। इसलिए, हम अपने संसाधनों की पुनर्तैनाती और अपने आतंकवादरोधी प्रयासों का अनुकूलन उन क्षेत्रों के अनुरूप कर रहे हैं जहां ये ख़तरा अब काफ़ी अधिक हैं: दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका में।

लेकिन कोई भूल नहीं करे: हमारे सैन्य और खुफ़िया अधिकारी को विश्वास है कि उनके पास अफ़ग़ानिस्तान से पुन: उभरने या उत्पन्न होने वाली किसी भी आतंकवादी चुनौती से मातृभूमि और हमारे हितों की रक्षा करने की क्षमता है।

हम एक ऐसी आतंकवादरोधी क्षितिज-पार क्षमता विकसित कर रहे हैं, जो हमारे लिए इस क्षेत्र में अमेरिका के लिए बनते किसी भी प्रत्यक्ष ख़तरे पर पूरी तरह नज़र रखना और ज़रूरत पड़ने पर त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करना संभव बनाएगी।

और हमें चीन और अन्य राष्ट्रों के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा करने के लिए अमेरिका की बुनियादी ताक़त को मज़बूत करने पर भी ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, जो वास्तव में हमारे भविष्य का निर्धारण करने जा रहा है।

हमें स्वदेश और दुनिया भर में कोविड-19 को हराना है, और ये सुनिश्चित करना है कि हम अगले महामारी या जैविक ख़तरे के लिए बेहतर तरीक़े से तैयार रहें।

हमें साइबर स्पेस और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों के उपयोग को लेकर अंतरराष्ट्रीय मानदंड स्थापित करने की आवश्यकता है।

हमें जलवायु परिवर्तन के मौजूदा ख़तरों से निपटने के लिए समन्वित कार्रवाई करने की ज़रूरत है।

और यदि हम पिछले 20 वर्षों की नहीं, बल्कि अगले 20 वर्षों की लड़ाई लड़ते हैं, तो हम दीर्घावधि में अपने विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों के लिए और अधिक दुर्जेय साबित होंगे।

अंत में, मैं उस असाधारण बलिदान और समर्पण को याद करना चाहता हूं जो अमेरिकी सैनिकों और हमारे असैन्य कार्मिकों ने, हमारे सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ काम करते हुए, पिछले दो दशकों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान में पेश किया है।

मैं इस बात के महत्व पर बल देना चाहता हूं कि उन्होंने क्या कुछ हासिल किया और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कितने बड़े जोखिम का सामना किया और उनके परिवारों को कितनी असाधारण क़ीमत चुकानी पड़ी: धरती के सर्वाधिक विकट इलाक़ों में से कुछ में आतंकवादी ख़तरे से निपटना – और मैं उस देश के लगभग हर हिस्से में गया हूं; पिछले 20 वर्षों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान से मातृभूमि पर एक भी हमला नहीं होने को सुनिश्चित करना; और लादेन को ख़त्म करना।

मैं आप सभी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, आपकी सेवा और मिशन के प्रति समर्पण के लिए, जो आप में से कई लोगों ने दिखाया है, और इस युद्ध की लंबी अवधि में आपके और आपके परिवारों द्वारा दिए गए बलिदानों के लिए।

हम उन लोगों को कभी नहीं भूलेंगे जिन्होंने अफ़ग़ानिस्तान में अपने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, और न ही उन लोगों को भूलेंगे जिनके जीवन को देश की सेवा करते हुए मिले घावों ने पूरी तरह बदल दिया है।

हम अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को समाप्त कर रहे हैं, लेकिन हम हमेशा इसमें भाग लेने वाले अमेरिकी देशभक्तों की बहादुरी को सलाम करेंगे।

भगवान आप सभी को आशीष दें, और भगवान हमारे सैनिकों की रक्षा करें। धन्यवाद।


मूल स्रोत: https://www.whitehouse.gov/briefing-room/speeches-remarks/2021/07/08/remarks-by-president-biden-on-the-drawdown-of-u-s-forces-in-afghanistan/ 

अस्वीकरण: यह अनुवाद शिष्टाचार के रूप में प्रदान किया गया है और केवल मूल अंग्रेज़ी स्रोत को ही आधिकारिक माना जाना चाहिए।


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